Hepatitis A | Causes, Symptoms, Tests, Treatment, Prevention

Hepatitis A (इंफेक्शियस जॉन्डिस) —: कारण, पैथोलॉजी, लक्षण, टेस्ट, इलाज, दवाएँ, डाइट, प्रिवेंशन

Hepatitis A (इंफेक्शियस जॉन्डिस)

सामग्री-सूची (Jump to)

1) Hepatitis A परिचय 2) वायरस, फैलने के तरीके (Transmission) 3) पैथोलॉजी: शरीर में क्या होता है? 4) प्रकार/स्टेज (Incubation → Icteric → Convalescent) 5) लक्षण (माइल्ड से सीवियर) 6) कब तुरंत अस्पताल जाएँ? (Red Flags) 7) जाँच (LFT, बिलीरुबिन, IgM anti-HAV, USG) 8) इलाज/दवाएँ (Home Care + Hospital Care) 9) डाइट: क्या न खाएँ/क्या खाएँ 10) विशेष समूह: बच्चे, गर्भवती, बुज़ुर्ग, कॉमॉर्बिड 11) जटिलताएँ और प्रोग्नोसिस 12) प्रिवेंशन: वैक्सीन, हाइजीन, पोस्ट-एक्सपोज़र 13) FAQ 14) Internal Links & Resources 15) Quick Summary

1) Hepatitis A परिचय

Hepatitis A एक वायरल संक्रमण है जो मुख्यतः फीकल-ओरल रूट से फैलता है — यानी दूषित पानी/खाद्य पदार्थ या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से। यह एक्यूट (तुरंत होने वाला) हेपेटाइटिस है और सामान्यतः क्रॉनिक नहीं बनता। ज़्यादातर मामलों में आराम, उचित डाइट और फ्लुइड मैनेजमेंट से 2–8 हफ्तों में ठीक हो जाता है। कुछ मामलों में जॉन्डिस (त्वचा/आँखों का पीला होना), थकान, भूख की कमी और उल्टी प्रमुख लक्षण होते हैं।

Related Read: जॉन्डिस पर आपका विस्तृत लेख देखें — (यदि आप इसे पब्लिश करें तो यहाँ लिंक जोड़ें). फिलहाल जॉन्डिस-डाइट/फ्लुइड मैनेजमेंट के लिए यह लेख उपयोगी है: Heart Failure Diet — Fluid/Sodium Strategy (फ्लुइड/सोडियम बैलेंसिंग के आइडिया के लिए)।

HAV (Hepatitis A Virus) का incubation period आमतौर पर 14–28 दिन (औसत ~4 हफ्ते) माना जाता है। बच्चे अक्सर माइल्ड/बिना लक्षण के ठीक हो जाते हैं, जबकि बड़े वयस्कों में लक्षण अधिक स्पष्ट हो सकते हैं। Fulminant hepatitis (अत्यंत गंभीर) दुर्लभ है पर बुज़ुर्ग, पहले से liver disease, या इम्युनोकॉम्प्रोमाइज़्ड में जोखिम बढ़ सकता है।

2) वायरस, फैलने के तरीके (Transmission)

  • मुख्य रूट: फीकल-ओरल — दूषित पानी/भोजन, खराब हैंड हाइजीन, खुले में शौच/अपर्याप्त सैनिटेशन।
  • कंटेज़ियस फेज़: लक्षण शुरू होने से ~2 सप्ताह पहले से लेकर जॉन्डिस के शुरुआती दिनों तक संक्रमण फैला सकता है।
  • कम्युनिटी क्लस्टर: स्कूल/हॉस्टल/डे-केयर/रेस्टोरेंट आउटब्रेक; स्ट्रीट-फूड/कटे-सलाद/अच्छी तरह न पका भोजन जोखिम बढ़ाते हैं।
  • रेयर ट्रांसमिशन: नज़दीकी परिवारिक संपर्क, पुरुष-पुरुष यौन व्यवहार (ओरल-एनल संपर्क), ब्लड-बोर्न अत्यंत दुर्लभ।
हाइजीन मंत्र: सुरक्षित पानी (उबालें/फिल्टर/क्लोरीन), हाथ धोना (खाने/बनाने से पहले, टॉयलेट के बाद), स्ट्रीट-फूड/कटे फलों से बचें, दूध/मांस/सीफूड को अच्छी तरह पकाएँ।

3) पैथोलॉजी: शरीर में क्या होता है?

HAV एक RNA वायरस है जो आंत से होकर पोर्टल सर्कुलेशन के माध्यम से लिवर तक पहुँचता है। हेपेटोसाइट्स (लिवर कोशिकाएँ) संक्रमित होने पर इम्यून-मेडिएटेड इन्फ्लेमेशन होता है — यहीं से ट्रांसएमिनेज़ (ALT/AST) बढ़ते हैं। बिलीरुबिन के मेटाबोलिज़्म में बाधा से जॉन्डिस दिखता है। अधिकांश मरीजों में संक्रमण स्वयं-सीमित है — शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया वायरस को साफ़ कर देती है, और दीर्घकालिक रोग नहीं रहता।

माइक्रोस्कोपिक स्तर पर ल्यिम्फोसाइटिक इंफिल्ट्रेशन, हेपेटोसाइट swell/ballooning, cholestasis और कभी-कभी periportal inflammation देखा जाता है। Fulminant मामलों में तीव्र hepatic necrosis और coagulation dysfunction हो सकता है।

4) प्रकार/स्टेज (Incubation → Pre-icteric → Icteric → Convalescent)

  1. Incubation (2–6 सप्ताह): कोई लक्षण नहीं, पर वायरस मल में निकलना शुरू कर सकता है।
  2. Prodromal/Pre-icteric (3–7 दिन): बुखार हल्का, थकान, मतली, भूख कम, पेट में असहजता; डार्क यूरिन शुरू हो सकता है।
  3. Icteric (1–3 सप्ताह): आँख/त्वचा पीली, बिलीरुबिन बढ़ा, खुजली, भूख कम, उल्टी; ALT/AST, ALP, GGT में परिवर्तन; यूरीन गहरा, स्टूल हल्का।
  4. Convalescent/Recovery (2–8 सप्ताह): ऊर्जा धीरे-धीरे लौटती है; LFTs सामान्यीकरण में कुछ सप्ताह–माह लग सकते हैं।

अधिकांश लोग पूर्णतः ठीक हो जाते हैं और लाइफलॉन्ग इम्युनिटी विकसित होती है।

5) लक्षण (माइल्ड से सीवियर)

माइल्ड/कॉमन लक्षण

  • थकान, कमजोरी, भूख कम लगना
  • मतली, उल्टी, हल्का बुखार
  • पेट के ऊपरी दाएँ हिस्से (RUQ) में असहजता/दर्द
  • डार्क यूरिन, कभी-कभी हल्का स्टूल
  • त्वचा/आँखों में पीलापन (जॉन्डिस) — हर केस में नहीं

कम देखने वाले/सीवियर संकेत

  • लगातार उल्टी/कुछ भी न रुकना
  • भ्रम/नींद ज़्यादा आना (एन्सेफैलोपैथी संकेत)
  • तेज़ पीलिया, पेट फूलना, खून बहना/नील
  • बहुत कम पेशाब (AKI जोखिम), डिहाइड्रेशन

6) कब तुरंत अस्पताल जाएँ? (Red Flags)

  • 24–48 घंटे से अधिक तरल/भोजन रुक न रहा हो, चक्कर/बेहोशी
  • बहुत तेज़ पीलिया + सुस्ती/भ्रम
  • खून बहना (नाक/मसूड़े/वोमिटिंग) — Coagulopathy का संकेत
  • कम पेशाब, पेट में सूजन, तीव्र दर्द
  • गर्भावस्था, बुज़ुर्ग, पहले से liver/किडनी/हृदय रोग
यदि ये लक्षण हों तो स्वयं दवा न लें; तुरंत आपात चिकित्सा लें।

7) जाँच (Diagnosis & Tests)

टेस्टक्या बताता हैकब करेंनोट्स
LFT (ALT/AST, ALP, GGT)लिवर एन्झाइम ↑, पैटर्नलक्षण/जॉन्डिस परALT/AST ज़्यादा बढ़ते; रिकवरी में धीरे-धीरे सामान्य।
Total/Direct Bilirubinजॉन्डिस की तीव्रताआन-गोइंग मॉनिटरिंगडायरेक्ट/इंडायरेक्ट अनुपात से cholestatic पैटर्न समझें।
Prothrombin Time/INRक्लॉटिंग फंक्शनसीवियर केसINR बढ़ा = खराब लिवर सिंथेटिक फंक्शन; अस्पताल में निगरानी।
IgM anti-HAVएक्यूट HAV संक्रमणलक्षण शुरू होने के कुछ दिनों बादपॉज़िटिव = हाल का संक्रमण; IgG = पुराना/इम्युनिटी।
Ultrasound Abdomenलिवर/बिलियरी आकलनडिफरेंशियल/कम्प्लिकेशनअन्य कारण (गॉलस्टोन, ऑब्स्ट्रक्शन) रूल-आउट।
कम्प्लीट ब्लड काउंटइन्फेक्शन/एनिमिया/प्लेटलेटजनरल वर्कअपडिहाइड्रेशन में Hb सापेक्ष ↑ दिख सकता है।
Serologies (HBsAg, anti-HCV)अन्य हेपेटाइटिस रूल-आउटक्लिनिकल निर्णयमिक्स्ड/गलत निदान से बचने हेतु।
नाक से खून/ब्लीडिंग की प्रवृत्ति/INR संदिग्ध हो तो यह लेख देखें: Epistaxis — Symptoms, Causes & Treatment.

8) इलाज/दवाएँ (Home Care + Hospital Care)

8.1 जनरल सिद्धांत

  • आराम + हाइड्रेशन: ORS/नींबू-शरबत (कम-शक्कर), सूप, नारियल-पानी, छाछ — बार-बार छोटे हिस्से।
  • मतली/उल्टी: डॉक्टर द्वारा निर्धारित antiemetic (जैसे Ondansetron) — स्वयं दवा न लें।
  • दर्द/बुखार: Paracetamol सीमित खुराक में; NSAIDs (ibuprofen/aspirin) से generally बचें — GI/लिवर जोखिम।
  • अल्कोहल पूर्णतः बंद — रीकवरी धीमी/जटिलताओं का जोखिम।
  • हर्बल/अनजानी दवाएँ से बचें — दवा-जनित हेपेटोटॉक्सिसिटी संभव।

8.2 कब अस्पताल में भर्ती?

  • सीवियर डिहाइड्रेशन/लगातार उल्टी
  • INR ↑, बिलीरुबिन बहुत ऊँचा, एन्सेफैलोपैथी
  • गर्भावस्था/बुज़ुर्ग/कॉमॉर्बिड, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन

8.3 दवाएँ/चिकित्सीय हस्तक्षेप

  • IV Fluids, Electrolyte correction
  • Antiemetics, Gastric protection (डॉक्टर के अनुसार)
  • गंभीर में Vitamin K (coagulopathy), Lactulose (एन्सेफैलोपैथी), ICU care (fulminant)
एंटीवायरल दवाएँ सामान्य Hepatitis A में आवश्यक नहीं होतीं। अधिकतर केस सपोर्टिव केयर से ठीक हो जाते हैं।

9) डाइट: क्या न खाएँ/क्या खाएँ

Avoiding (किससे बचें)

  • तला-भुना/बहुत मसालेदार/भारी तेल वाला खाना
  • अल्कोहल, एनर्जी ड्रिंक, बहुत शर्करा युक्त पेय
  • कच्चा/अधपका मांस/सीफूड, कटे हुए खुले फल/सलाद
  • अनहाइजीनिक स्ट्रीट-फूड, आइसक्रीम/बर्फ (यदि शुद्ध पानी न हो)

Recommended (क्या खाएँ)

  • हल्का, बार-बार: खिचड़ी, दलिया, उपमा, दाल-सूप, वेज सूप
  • कार्ब + लीन प्रोटीन: दालें, पनीर/टोफू, अंडा (यदि सहें)
  • फल: केला, पपीता, सेब; विटामिन C के लिए अमरूद (Guava)
  • हाइड्रेशन: ORS, नारियल पानी, छाछ — छोटे घूँटों में

लिवर-फ्रेंडली फैट सोर्स कम मात्रा में: सरसों/ऑलिव/राइस ब्रान तेल (3–4 tsp/day), प्याज़ (क्वेरसेटिन)अंजीर फाइबर के साथ। पोटैशियम/ऊर्जा के लिए केला उपयोगी।

डाइट-टाइमिंग/एब्ज़ॉर्प्शन सामान्य सिद्धांतों के लिए आपका न्यूट्रिशन मास्टर गाइड देखें: Complete Medical Nutrition Guide.

10) विशेष समूह

10.1 बच्चे

  • अक्सर माइल्ड/बिना लक्षण; फिर भी हाइड्रेशन मॉनिटर करें।
  • डायरिया/उल्टी में ORS प्राथमिक; दूध/हल्का भोजन सह-अनुसार।

10.2 गर्भवती

  • डिहाइड्रेशन/इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन से माँ-बच्चे दोनों को खतरा; प्रारम्भिक अस्पताल परामर्श बेहतर।
  • दवाएँ डॉक्टर की सलाह से ही; हर्बल/ओटीसी से बचें।

10.3 बुज़ुर्ग/कॉमॉर्बिड (DM/HTN/CKD)

  • दवा-इंटरैक्शन/डिहाइड्रेशन का खतरा अधिक; ब्लड-शुगर/बीपी मॉनिटर।
  • किडनी/हृदय रोग में फ्लुइड-लक्ष्य डॉक्टर तय करें — CHF Diet Guide से सोडियम/फ्लुइड टेम्पलेट समझें।

11) जटिलताएँ और प्रोग्नोसिस

  • Dehydration & Electrolyte imbalance — उल्टी/भूख कम से
  • Cholestatic hepatitis — खुजली/लंबा जॉन्डिस
  • Relapsing hepatitis — दुर्लभ, लक्षण फिर उभरना
  • Fulminant hepatic failure — अत्यंत दुर्लभ; ICU/Transplant केंद्र रेफर

अधिकांश में प्रोग्नोसिस उत्कृष्ट है और रीकवरी पूरी तरह संभव है।

12) प्रिवेंशन: वैक्सीन, हाइजीन, पोस्ट-एक्सपोज़र

12.1 वैक्सीन

  • इनैक्टिवेटेड HAV वैक्सीन — 2 डोज़ शेड्यूल (आमतौर पर 0 और 6–12 महीना) — उम्र/ब्रांड के अनुसार।
  • यात्रियों, डे-केयर/फूड-हैंडलर्स, आउटब्रेक एरिया, क्रॉनिक लिवर डिज़ीज़ वालों के लिए सिफारिश।

12.2 हाइजीन/पानी

  • उबला/फिल्टर्ड पानी; खुले में बिकने वाली बर्फ/कटे फल से बचें।
  • हाथ धोना: खाने/बनाने से पहले, टॉयलेट के बाद।
  • खाना अच्छी तरह पकाएँ; दूध उबालें; बर्तन साफ-सुथरे।

12.3 पोस्ट-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस (PEP)

  • निकट संपर्क/आउटब्रेक में, डॉक्टर की सलाह अनुसार टाइमली वैक्सीन ± इम्यून ग्लोब्युलिन पर विचार।
हेल्थ-फ्रेंडली बॉडी फॉन्ट/रीडेबिलिटी सेटिंग के लिए आपका यह लेख UI/UX सुधार में मदद करेगा: Medical Health Guide — Body Font Family.

13) FAQ

Hepatitis A और E में क्या अंतर?

दोनों फीकल-ओरल से फैलते हैं और एक्यूट हेपेटाइटिस करते हैं। E गर्भवती में गंभीर हो सकता है, जबकि A सामान्यतः बच्चों में हल्का होता है और क्रॉनिक नहीं बनता।

क्या Hepatitis A में एंटीवायरल चाहिए?

आमतौर पर नहीं। सपोर्टिव केयर (हाइड्रेशन, मतली नियंत्रण, पोषण) ही मुख्य है।

खान-पान कितने दिन कंट्रोल रखें?

लक्षण ठीक होने और LFT सामान्य होने तक हल्का, कम-फैट, स्वच्छ भोजन लें। धीरे-धीरे सामान्य डाइट पर लौटें।

क्या स्कूल/ऑफिस जाना सुरक्षित है?

बुखार/उल्टी/जॉन्डिस के सक्रिय चरण में आराम करें। डॉक्टर की अनुमति और ऊर्जा वापसी के बाद ही लौटें — हाइजीन का पालन ज़रूर करें।

14) Internal Links & Resources

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15) Quick Summary

  • Hepatitis A सामान्यतः self-limiting acute infection है — आराम, हाइड्रेशन, हल्का स्वच्छ भोजन से अधिकतर ठीक।
  • रेड फ्लैग्स पर अस्पताल जाएँ: लगातार उल्टी, भ्रम/सुस्ती, बहुत तेज पीलिया, खून बहना, कम पेशाब।
  • वैक्‍सीनेशन + साफ पानी + हैंड हाइजीन = सबसे प्रभावी प्रिवेंशन।

डिस्क्लेमर: यह सामग्री शैक्षिक है। व्यक्तिगत स्थिति के लिए अपने डॉक्टर/गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट की सलाह आवश्यक है।

लेखक: Mahfooz Ansari — Mahfooz Medical Health

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