Hepatitis B (HBV) — Symptoms, Types, Pathology, Tests, Treatment, Diet & Prevention
डिस्क्लेमर: यह शैक्षिक सामग्री है। आपकी हालत अलग हो सकती है — व्यक्तिगत सलाह के लिए अपने डॉक्टर/गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
सामग्री-सूची (Jump to)
1) Hepatitis B क्या है? 2) पैथोलॉजी: HBV शरीर/लीवर को कैसे प्रभावित करता है? 3) प्रकार: Acute, Chronic, Fulminant 4) कारण/ट्रांसमिशन 5) लक्षण (Adults & Children) 6) जांच/टेस्ट (HBsAg, HBeAg, Anti‑HBc, HBV DNA, LFT, Ultrasound/Biopsy) 7) इलाज/दवाएँ — Acute बनाम Chronic 8) डाइट/लाइफस्टाइल — क्या खाएँ/क्या न खाएँ 9) जटिलताएँ (Cirrhosis, HCC, ACLF) 10) बचाव: वैक्सीनेशन, फैमिली स्क्रीनिंग, सेफ प्रैक्टिसेज 11) विशेष स्थितियाँ: Pregnancy, Infants, Co-infections 12) फॉलो-अप/मॉनिटरिंग शेड्यूल 13) FAQ 14) Internal Links & Resources 15) Quick Summary1) Hepatitis B क्या है?
Hepatitis B एक वायरल संक्रमण है जिसे Hepatitis B virus (HBV) पैदा करता है। यह मुख्यतः लीवर को प्रभावित करता है, जिससे inflammation (सूजन), fibrosis (निशान पड़ना), और लंबे समय में cirrhosis व hepatocellular carcinoma (HCC) का जोखिम बढ़ सकता है।
HBV खून, शारीरिक द्रव और माँ से शिशु में ट्रांसमिट होता है। अच्छी बात: वैक्सीन उपलब्ध है और सही समय पर इलाज/निगरानी से जटिलताएँ रोकी जा सकती हैं।
2) पैथोलॉजी: HBV लीवर को कैसे प्रभावित करता है?
HBV एक डीएनए वायरस है जो हेपाटोसाइट्स (liver cells) को इंफेक्ट करता है। वायरस का cccDNA (covalently closed circular DNA) न्यूक्लियस में स्थिर रह सकता है, इसलिए संक्रमण लंबे समय तक बना रह सकता है।
- इम्यून-मेड़िएटेड डैमेज: सेलुलर इम्यूनिटी (CD8+ T-cells) वायरस-संक्रमित कोशिकाओं पर हमला करती है जिससे इंफ्लेमेशन/नेक्रोसिस होता है।
- फेज़ेज़/इम्यून-टॉलरेंस: शैशव/बचपन में संक्रमण अक्सर इम्यून-टॉलरेंट फेज़ में जाता है — वायरस रेप्लिकेट करता है पर स्पष्ट सूजन सीमित रहती है, पर समय के साथ फाइब्रोसिस संभव।
- सीरोलॉजिक मार्कर्स: HBsAg, HBeAg, Anti‑HBc (IgM/IgG), Anti‑HBs और HBV DNA स्तर — एक्टिविटी और फेज़ का अंदाज़ा देते हैं।
इम्यून फेज़ेस (सरल सार)
फेज़ | सीरोलॉजी | ALT/Inflammation | HBV DNA | क्लीनिकल नोट |
---|---|---|---|---|
Immune‑tolerant | HBsAg+, HBeAg+ | Normal/हल्का | High | अक्सर युवावस्था/पेरिनैटल संक्रमण; बायोप्सी/फाइब्रोसिस मॉनिटरिंग |
Immune‑active | HBsAg+, HBeAg+/− | ↑ ALT | High | उपचार का विचार — फाइब्रोसिस/ALT/DNA पर आधारित |
Inactive carrier | HBsAg+, HBeAg−, Anti‑HBe+ | Normal | Low/undetectable | मॉनिटरिंग जरूरी; रीएक्टिवेशन संभव |
Resolved | HBsAg−, Anti‑HBs+, Anti‑HBc+ | — | — | संक्रमण हुआ था; इम्यूनिटी विकसित |
3) प्रकार: Acute, Chronic, Fulminant
3.1 Acute Hepatitis B
संक्रमण के 1–4 महीने बाद लक्षण उभर सकते हैं — अक्सर स्वयं सीमित (self‑limited) होता है। वयस्कों में क्रॉनिक बनने का जोखिम कम (≈5%)।
3.2 Chronic Hepatitis B
HBsAg 6 महीने से अधिक पॉज़िटिव — क्रॉनिक माना जाता है। नवजात/शिशु में संक्रमण होने पर क्रॉनिसिटी जोखिम बहुत अधिक (90% तक), इसलिए जन्म के समय वैक्सीनेशन/इम्यूनोग्लोबुलिन अत्यंत महत्वपूर्ण।
3.3 Fulminant Hepatitis B
दुर्लभ लेकिन जानलेवा — तीव्र लीवर फेल्योर, एन्सेफालोपैथी, कोआगुलोपैथी। तत्काल ICU/ट्रांसप्लांट रेफरल।
4) कारण/ट्रांसमिशन
- असुरक्षित यौन संबंध (unprotected sex)
- खून/खूनी प्रोडक्ट्स (असुरक्षित ट्रांसफ्यूज़न), असुरक्षित सूई/सीरिंज शेयरिंग
- माँ से शिशु (perinatal/vertical transmission)
- असुरक्षित टैटू/पियर्सिंग, दंत/सर्जिकल उपकरणों की अपूर्ण स्टरलाइज़ेशन
- परिवारिक संपर्क (टूथब्रश/रेज़र साझा करना)
5) लक्षण (Adults & Children)
सामान्य लक्षण
- थकान, भूख कम लगना, मतली/उल्टी
- दाहिने ऊपरी पेट में दर्द/भारीपन
- गहरा पेशाब, हल्का मल (pale stool)
- जल्दी पीलिया (आँख/त्वचा पीली)
- जोड़ों में दर्द, हल्की बुखार, खुजली
गंभीर संकेत
- रक्तस्राव प्रवृत्ति (नाक से खून: Epistaxis गाइड)
- सूजन (एडेमा/असाइटिस), भ्रम/नींद उलट (हेपेटिक एन्सेफालोपैथी)
- तेज़ कमजोरी, चक्कर, बार-बार उल्टियाँ — तुरंत अस्पताल
पीलिया/हेपेटाइटिस के शुरुआती संकेत पर ही डॉक्टर से मिलें — देर करने से जटिलताएँ बढ़ सकती हैं।
6) जांच/टेस्ट
6.1 बुनियादी लिवर टेस्ट
- LFT: ALT/AST, ALP, GGT, बिलिरुबिन (टोटल/डायरेक्ट), एल्बुमिन, PT/INR
- CBC, RFT, ग्लूकोज़/लिपिड प्रोफाइल: बेसलाइन स्टेटस/दवा-सुरक्षा
- अल्ट्रासाउंड लीवर: साइज़/टेक्सचर, पोर्टल/बाइलरी आकलन; elastography से फाइब्रोसिस ग्रेड
6.2 विशेष HBV सेरोलॉजी
टेस्ट | मतलब | कब उपयोग |
---|---|---|
HBsAg | वर्तमान HBV संक्रमण | स्क्रीनिंग/डायग्नोसिस |
HBeAg | उच्च रेप्लिकेशन, इंफेक्टिविटी ↑ | फेज़/उपचार निर्णय |
Anti‑HBc IgM | हाल का/एक्यूट संक्रमण | एक्यूट/हाल का flare |
Anti‑HBc IgG | पिछला/वर्तमान संक्रमण का संकेत | सीरोलॉजी पैटर्न |
Anti‑HBs | इम्युनिटी (वैक्सीन/संक्रमण के बाद) | पोस्ट‑वैक्सीनेशन/रीकवरी |
HBV DNA (PCR) | वायरल लोड/रेप्लिकेशन | उपचार आरंभ/मॉनिटरिंग |
6.3 बायोप्सी/फाइब्रोस्कैन
फाइब्रोसिस/सूजन की डिग्री आकलन के लिए। Non‑invasive स्कोर (APRI, FIB‑4) भी सहायक।
7) इलाज/दवाएँ — Acute बनाम Chronic
7.1 Acute Hepatitis B (अधिकांश मामलों में)
- अधिकांश वयस्कों में स्वतः ठीक — सपोर्टिव केयर: आराम, हाइड्रेशन, पौष्टिक आहार, उल्टी/नॉज़िया नियंत्रक
- लिवर फेल्योर/गंभीरता पर एंटीवायरल (विशेषज्ञ निर्णय) + ICU
- अल्कोहल/हैलोथेराप्यूटिक्स (हेपाटोटॉक्सिक दवाएँ) से बचें
7.2 Chronic Hepatitis B
उपचार की आवश्यकता ALT, HBV DNA, फाइब्रोसिस और क्लिनिकल संदर्भ पर निर्भर। सामान्यतः:
- पहला‑लाइन एंटीवायरल: Tenofovir (TDF/TAF) या Entecavir — उच्च बैरियर टू रेज़िस्टेंस, रोज़ाना मौखिक
- Peg‑interferon‑α (चयनित): सीमित अवधि, साइड‑इफेक्ट प्रोफ़ाइल/कॉन्ट्रा‑इंडिकेशंस पर ध्यान
- लक्ष्य: ALT नॉर्मल, HBV DNA सप्रेस, HBeAg सेरोकन्वर्ज़न (जहाँ लागू), फाइब्रोसिस प्रोग्रेशन रोकना, HCC जोखिम कम करना
- सिरोसिस/डीकंपेन्सेशन: प्राथमिक तौर पर न्यूक्लियोस(t)ाइड्स; ट्रांसप्लांट मूल्यांकन
7.3 सहायक देखभाल
- टीकाकरण: Hepatitis A वैक्सीन (को‑इन्फेक्शन से बचाव के लिए) — Hep‑A गाइड देखें।
- हेपेटोटॉक्सिक दवाओं की सूची समीक्षा (OTC/हर्बल सहित)
- न्यूट्रिशन/प्रोटीन समुचित — माल्न्यूट्रिशन से रिकवरी धीमी
8) डाइट/लाइफस्टाइल — क्या खाएँ/क्या न खाएँ
अनुशंसित
- हाइड्रेशन: 30–35 ml/kg/day (डॉक्टर द्वारा दिए फ्लुइड‑लिमिट का पालन करें)
- प्रोटीन: 1.0–1.2 g/kg/day (सिरोसिस/एन्सेफालोपैथी में व्यक्तिगत योजना)
- फल/सब्ज़ियाँ: Vitamin‑C/Fiber—अमरूद/नींबू/कीवी; Guava, Banana, Anjeer
- स्वस्थ फैट्स: MUFA/PUFA — सरसों/ऑलिव/अलसी/अखरोट; प्याज़/क्वेरसेटिन पर: Onion Benefits
- लिवर‑फ्रेंडली प्लेट: जटिल कार्ब + लीन प्रोटीन + रंगीन सब्ज़ियाँ — विस्तार: Complete Nutrition Guide
किनसे बचें
- Alcohol — पूरी तरह परहेज़; दवा/लिवर नुकसान बढ़ता है
- बहुत तला/ट्रांस‑फैट/हाई‑फ्रक्टोज़ सिरप
- अनियंत्रित हर्बल/सप्लीमेंट (हेपाटोटॉक्सिसिटी जोखिम)
- अत्यधिक नमक/पैकेज्ड फूड — फ्लुइड रिटेंशन (CHF में डिटेल डाइट: Heart Failure Diet)
साइट की टाइपोग्राफी/रीडेबिलिटी गाइड के लिए देखें: Body Font‑Family Guide.
9) जटिलताएँ
- Cirrhosis — फाइब्रोसिस प्रोग्रेस, पोर्टल हाइपरटेंशन, असाइटिस
- Hepatocellular carcinoma (HCC) — दीर्घकालिक inflammatory/viral drive से
- Acute‑on‑chronic liver failure (ACLF) — flare/infection/अल्कोहल ट्रिगर
- एक्स्ट्राहेपेटिक: ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस, वास्कुलाइटिस आदि
10) बचाव: वैक्सीनेशन, फैमिली स्क्रीनिंग, सेफ प्रैक्टिसेज
10.1 Hepatitis B वैक्सीन शेड्यूल (सामान्य)
- नवजात: जन्म के 24 घंटे के भीतर पहला डोज़ (Birth dose)
- शिशु/बच्चे: कुल 3 डोज़ (0‑1‑6 महीने) — राष्ट्रीय कार्यक्रम के अनुसार
- वयस्क (Unvaccinated): 0‑1‑6 या 0‑1‑2‑12 महीना शेड्यूल; हेपेटाइटिस‑B हाई‑रिस्क में पकड़‑अप
- Post‑exposure: HBsAg‑positive माँ से जन्मे शिशु को HBIG + वैक्सीन (डॉक्टर योजना)
10.2 सेफ प्रैक्टिसेज
- सेफ सेक्स (कंडोम), पार्टनर/परिवार स्क्रीनिंग/वैक्सीनेशन
- खून/ब्लड‑प्रोडक्ट्स स्क्रीनिंग, सुरक्षित इंजेक्शन/सीरिंज
- टैटू/पियर्सिंग में स्टरल टेक्नीक
- टूथब्रश/रेज़र साझा न करें
11) विशेष स्थितियाँ
11.1 Pregnancy
- तीसरी तिमाही में उच्च HBV DNA होने पर एंटीवायरल (उदा., TDF) पर विचार — नवजात संक्रमण जोखिम घटाने हेतु
- नवजात को HBIG + वैक्सीन प्रोटोकॉल
- स्तनपान सामान्यतः अनुमेय — निप्पल ब्लीडिंग/क्रैक्ड होने पर डॉक्टर से मार्गदर्शन
11.2 Infants/Children
- अधिकतर इम्यून‑टॉलरेंट — दीर्घकालिक मॉनिटरिंग; वैक्सीन/कॉन्टैक्ट स्क्रीनिंग
11.3 Co‑infections (HIV/HCV/HDV)
- ART/DAA/HDV प्रबंधन के साथ समन्वय — ड्रग‑इंटरैक्शन/फ्लेयर्स का जोखिम
12) फॉलो‑अप/मॉनिटरिंग
- ALT, HBV DNA (जहाँ लागू), HBeAg/Anti‑HBe — 3–6 माह पर
- USG ± AFP हर 6 माह (HCC स्क्रीनिंग)
- एंटीवायरल पर: किडनी/हड्डी स्वास्थ्य (विशेषकर TDF), adherence काउंसलिंग
- हेपेटिक एन्सेफालोपैथी/असाइटिस में डाइट/दवा समायोजन
13) FAQ — अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या Hepatitis B पूरी तरह ठीक हो सकता है?
एक्यूट में ज्यादातर लोग ठीक हो जाते हैं। क्रॉनिक में फंक्शनल क्योर लक्ष्य (HBsAg loss/seroconversion) सीमित मामलों में संभव; प्रैक्टिकल लक्ष्य वायरस सप्रेशन और जटिलता‑रोकथाम है।
क्या दवा जीवन‑भर लेनी पड़ेगी?
कुछ मरीजों में दीर्घकालिक थेरेपी चाहिए — निर्णय HBV DNA/ALT/फाइब्रोसिस/सीरोलॉजी पर निर्भर करता है। अपने डॉक्टर की योजना का पालन करें।
घर के अन्य सदस्यों को क्या करना चाहिए?
स्क्रीनिंग (HBsAg/Anti‑HBs) और वैक्सीनेशन कंप्लीट करें; रेज़र/टूथब्रश साझा न करें; सेफ सेक्स अपनाएँ।
डाइट में क्या सबसे ज़रूरी?
अल्कोहल से परहेज़, पर्याप्त प्रोटीन/कैलोरी, फल‑सब्ज़ियाँ, स्वस्थ फैट्स, और स्वच्छ/हाइजीनिक खाना।
क्या हर्बल/कड़वे टॉनिक से लीवर साफ़ होता है?
ऐसी धारणा वैज्ञानिक नहीं; कई हर्बल प्रोडक्ट्स से हेपाटोटॉक्सिसिटी रिपोर्टेड — डॉक्टर से चर्चा बिना कुछ न लें।
14) Internal Links & Resources
15) Quick Summary
- Hepatitis B एक डीएनए वायरस है — दीर्घकालिक संक्रमण में सिरोसिस/HCC का जोखिम; समय पर स्क्रीनिंग/उपचार से रोका जा सकता है।
- जांच में HBsAg, HBeAg, Anti‑HBc, HBV DNA और LFT सबसे महत्वपूर्ण; फाइब्रोस्कैन/USG से फाइब्रोसिस/स्क्रीनिंग।
- उपचार: पहले‑लाइन Tenofovir/Entecavir; चयनित में Peg‑IFN। लक्ष्य — वायरस सप्रेशन, जटिलताएँ कम करना।
- डाइट: अल्कोहल से परहेज़, पर्याप्त प्रोटीन, फल‑सब्ज़ियाँ, स्वस्थ फैट्स; हर्बल/OTC सावधानी।
- बचाव: वैक्सीन (0‑1‑6), नवजात में HBIG+वैक्सीन, परिवार/पार्टनर स्क्रीनिंग, सुरक्षित इंजेक्शन/सेक्स।
लेखक: Mahfooz Ansari — Mahfooz Medical Health • यह सामग्री केवल शिक्षात्मक उद्देश्यों के लिए है।