Heart Failure — पूर्ण मार्गदर्शिका: लक्षण, पैथोलॉजी, टेस्ट, दवाइयाँ, डाइट और रोकथाम
लिक्ष्य: यह लेख हार्ट फेल्योर से जुड़ी समूची जानकारी, परीक्षण और रोज़मर्रा के प्रबंधन के बारे में विस्तृत रूप में बताता है।
परिचय — Heart Failure क्या है?
हार्ट फेल्योर (Heart Failure या congestive heart failure) तब होता है जब दिल की पंपिंग क्षमता कम हो जाती है और वह शरीर की जरूरत के अनुसार खून नहीं भेज पाता। यह एक "सिंड्रोम" है — यानी कई कारणों की वजह से बन सकता है और विभिन्न लक्षणों के रूप में सामने आता है। हार्ट फेल्योर का मतलब यह नहीं कि दिल बंद हो जाएगा तुरंत; बल्कि यह एक दीर्घकालिक स्थिति हो सकती है जिसे दवाइयों, जीवनशैली और कुछ मामलों में सर्जरी/डिवाइस से नियंत्रित किया जा सकता है।
Symptoms — लक्षण
हार्ट फेल्योर के लक्षण धीरे-धीरे या तेज़ी से उभर सकते हैं। आम लक्षण:
- सांस लेने में कठिनाई (विशेषकर रात में या लेटते समय)
- थकान और कम सहनशीलता — पहले की तुलना में कम walking distance
- पैरों, टखनों या पेट में सूजन (edema)
- रात में बार-बार पेशाब आना
- कफ़ (खांसी) जो ख़ास करके लेटने पर बढ़ती है — कभी-कभी झागदार कफ़
- तेज वजन बढ़ना (1–2 दिन में 2–3 किलो का बढ़ना fluid retention का संकेत हो सकता है)
- भूख में कमी या पेट फूलना
अगर सांस तेज़, सीने में ज़ोरदार दर्द या बेहोशी जैसी स्थिति हो तो तुरंत emergency सेवा से संपर्क करें।
Causes & Pathology — कारण और पैथोलॉजी (बीमारी कैसे बनती है)
हार्ट फेल्योर के मुख्य कारणों में शामिल हैं:
- Ischemic heart disease (coronary artery disease) — दिल की नसा बंद होना
- High blood pressure (हाइपरटेंशन) — लंबे समय तक उच्च रक्तचाप होने से दिल मोटा और कमजोर हो सकता है
- Cardiomyopathy (दिल की मांसपेशियों की बीमारी)
- रैपिड हार्ट रिदम विकार (arrhythmia) — जैसे atrial fibrillation
- वाल्व रोग (valvular heart disease)
- डायबिटीज़, बीमारियाँ, नुकसान (infective causes) या टॉक्सिक पदार्थ
पैथोलॉजी — physiology का सरल व्याख्या
जब दिल कमजोर होता है, तो शरीर की पेरिफेरल नसों और किडनी में blood-flow कम पड़ता है — जिससे renal perfusion घटता है। शरीर compensatory mechanisms (renin-angiotensin-aldosterone system, sympathetic activation) को सक्रिय कर देता है ताकि blood pressure और perfusion बनाए रखे जा सकें। पर ये mechanisms लंबे समय में fluid retention और वॉर्सनिंग का कारण बनते हैं — जिससे edema और shortness of breath बढ़ता है।
Tests & Diagnosis — कौन-कौन से टेस्ट किए जाते हैं?
डॉक्टर आम तौर पर निम्नलिखित टेस्ट करवा कर diagnosis और severity तय करते हैं:
- Clinical exam: जाँच— सूजन, सांस की ध्वनि, jugular venous pressure आदी।
- Chest X-ray: दिल की साइज और फेफड़ों में द्रव दिखाने के लिए।
- Echocardiogram (ECHO): दिल की pumping function (EF — ejection fraction), वाल्व की स्थिति और structural problems पता चलता है।
- ECG: arrhythmias या prior MI के संकेत के लिए।
- BNP / NT-proBNP blood test: यह biomarkers heart failure की मदद करते हैं—उच्च स्तर आम तौर पर HF को support करते हैं।
- Blood tests: CBC, kidney function (creatinine, urea), electrolytes (Na, K), liver function, thyroid tests, HbA1c आदि।
- Stress test / Coronary angiography / Cardiac MRI: जरूरत अनुसार आगे के tests।
नोट: BNP और echocardiogram diagnosis और monitor करने में उपयोगी होते हैं।
Classification — HF के प्रकार
हार्ट फेल्योर को आम तौर पर EF (Ejection Fraction) के आधार पर बांटा जाता है:
- HFrEF (reduced EF) — आम तौर पर EF < 40%
- HFmrEF (mid-range EF) — EF 40–49%
- HFpEF (preserved EF) — EF ≥ 50%
प्रत्येक प्रकार का management कुछ अलग हो सकता है, इसलिए ECHO महत्वपूर्ण है।
Treatment — इलाज (लाइफस्टाइल, दवाइयाँ और procedural options)
1. Lifestyle changes (किस तरह के व्यवहार मदद करेंगे)
- सोडियम नियंत्रण: नमक कम रखें — सामान्य सलाह 1.5–2.3 g sodium/दिन तक सीमित करने की होती है।
- Fluid restriction: कुछ मरीजों को दवा/डॉक्टर के हिसाब से तरल पदार्थ सीमित करने की सलाह दी जा सकती है।
- रोज़ वजन जांच: रोज़ सुबह वजन मापें — अचानक बढ़ोत्तरी fluid retention दिखाती है।
- Physical activity: हल्की-से-मॉडरेट एक्सरसाइज़ (walk, cardiac rehab) — डॉक्टर की अनुमति से।
- Smoking cessation & alcohol restriction: धूम्रपान बंद और शराब से परहेज़।
- Weight control & diabetes management: वजन नियंत्रित रखें और शुगर नियंत्रित करें।
2. Medicines (आम दवाइयाँ)
दवाइयों का विकल्प व्यक्ति पर निर्भर करता है — लेकिन आम दवाइयाँ जो अक्सर इस्तेमाल होती हैं:
- ACE inhibitors / ARBs / ARNI (sacubitril-valsartan): blood pressure और remodeling पर असर डालते हैं।
- Beta-blockers: sympathetic overdrive को रोकते हैं और mortality benefit दिखा चुके हैं (कुछ cases में)।
- Diuretics (loop diuretics—furosemide): fluid removal के लिए—edema और सांस सुधारने के लिए मुख्य उपचार।
- Aldosterone antagonists (spironolactone): कुछ patients में उपयोगी।
- Ivabradine, vasodilators, digoxin: कुछ specific situations में।
- Anti-coagulation: अगर AF है तो जरूरी हो सकती है।
दवाइयों की डोज़ और संयोजन डॉक्टर तय करेंगे — self-medication न करें।
3. Devices और सर्जिकल विकल्प
- ICD (implantable cardioverter-defibrillator) — तैयारी और arrhythmia control के लिए।
- CRT (cardiac resynchronization therapy) — कुछ HFrEF patients में फायदा।
- Coronary revascularization (PCI / CABG) — अगर ischemia मुख्य कारण हो।
- Heart transplant या LVAD — end-stage HF के विकल्प।
Diet — डाइट: क्या खाएँ और क्या न खाएँ
हार्ट फेल्योर में डाइट का उद्देश्य — blood pressure control, fluid balance सुधारना और कंज्यूम्ड कैलोरी/सैचुरेटेड फैट घटाना है। नीचे विस्तृत निर्देश दिए गए हैं।
A. Recommended foods — सुझाए गए खाद्य पदार्थ
- सब्जियाँ और फल: रोज़ 5 हिस्से (fruits & vegetables) — पत्तेदार सब्ज़ियाँ, बेरीज़, संतरा, सेब।
- Whole grains: ब्राउन राइस, ओट्स, ज्वार, बाजरा, मल्टीग्रेन ब्रेड।
- Lean proteins: दालें, मूँग, चना, लो-फैट डालर दूध, skinless chicken, फैटी fish (omega-3 के लिए) — हफ़्ते में 2 बार fatty fish अच्छा है।
- Healthy fats: ओलिव ऑयल, नट्स (नमक रहित), अवोकाडो — पर मात्रा सीमित रखें।
- Low-fat dairy: दही, दूध (कम वसा)।
B. Foods to avoid / limit — बचने योग्य चीजें
- ज्यादा नमक (नमकीन स्नैक्स, पापड़, अचार, प्रोसेस्ड सूप्स)।
- फ्राई की हुई चीजें, रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट (सॉसेज, बेकन)।
- उच्च शुगर वाली चीजें, मीठे पेय और जंक फूड।
- बहुत ज़्यादा तरल पदार्थ — doctor की सलाह के अनुसार fluid restriction अपनाएँ।
- अत्यधिक कैफीन या शराब (कम या बंद करना श्रेयस्कर)।
C. Sodium (नमक) — कितनी मात्रा सुरक्षित है?
अधिकतर guidelines sodium intake 1.5–2.3 ग्राम/दिन (1500–2300 mg sodium, यानी लगभग 3.75–5.75 g table salt) recommend करते हैं; विशेषकर heart failure वाले मरीजों में नमक कम करना लाभदायक रहता है। पैकेज्ड फूड से sodium जल्दी बढ़ जाता है — लेबल पढ़ें और "no salt added" विकल्प चुनें।
D. Sample 1-day diet plan (नमूना डायट प्लान)
सुबह: ओट्स + मौसमी फल + 1 कप लो-फैट दूध (कम नमक)।
मिड मॉर्निंग: 1 सेब या पपीता
दोपहर: 2 मल्टीग्रेन रोटी या ब्राउन राइस, दाल, मिश्रित सब्ज़ी (steam/saute), सलाद (नींबू, काली मिर्च) — नमक सीमित।
शाम: स्प्राउट्स/भुना चना (नमक कम).
रात: हल्की सब्ज़ी, 1 कटोरी दही, 1 रोटी — सोने से पहले जरुरत अनुसार गुनगुना दूध (बिना चीनी)।
Medicines — दवाइयों के बारे में विशेष बातें और सावधानियाँ
Heart failure की दवाइयाँ प्रभावी हो सकती हैं लेकिन side effects और kidney function, potassium जैसे parameters पर भी नज़र रखने की ज़रूरत होती है। अक्सर डॉक्टर निम्न बातों का ध्यान रखते हैं:
- ACE inhibitors/ARBs/ARNI लेने पर BP और renal function जांचते रहते हैं।
- Diuretics लेने पर electrolytes (Na, K) और kidney function नियमित रूप से जाँचे जाते हैं।
- कुछ दवाइयाँ (spironolactone) से potassium बढ़ सकता है — इसलिए monitoring जरूरी है।
किसी भी नई दवा की शुरुआत से पहले डॉक्टर को अपनी सारी दवाइयां, allergies और prior kidney history बताना ज़रूरी है।
Monitoring & Follow-up — क्या ध्यान रखें?
- रोज़ सुबह वजन नोट करें और अचानक बढ़ोत्तरी पर डॉक्टर को सूचित करें।
- BP और pulse नियमित रूप से मापें।
- Periodic blood tests (kidney, electrolytes, BNP) और repeat ECHO जब डॉक्टर सुझाए।
- Vaccination: Influenza और Pneumococcal vaccination यदि indicated हों।
Prevention & Lifestyle — रोकथाम
हार्ट फेल्योर को पूरी तरह रोकना हर बार संभव नहीं होता, पर खतरे घटाने के लिए:
- BP और blood sugar नियंत्रित रखें।
- Healthy diet और regular physical activity अपनाएँ।
- सिगरेट/शराब से बचें।
- Weight management और regular checkups लें।
कब तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ (Red flags)
- Sudden severe breathlessness
- Chest pain या fainting
- Rapid weight gain (1–2 दिन में 2 kg या अधिक)
- Reduced urine output, severe swelling या confusion
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निष्कर्ष
हार्ट फेल्योर एक गंभीर परंतु प्रबंधनीय स्थिति है — सही डाइट, दवाइयाँ, और जानकारी के साथ quality of life में सुधार संभव है। sodium प्रतिबंध, रोज़ मोटर गतिविधि, दवा पालन और doctor के साथ नियमित follow-up सबसे महत्वपूर्ण हिस्से हैं।