External Hemorrhoids (बाहरी बवासीर): Symptoms, Causes, Diagnosis, Treatment & Prevention
External hemorrhoids (बाहरी बवासीर) गुदा के ठीक बाहर skin के नीचे बनने वाली सूजी/फैली veins होती हैं। ये अक्सर painful swelling, itching/burning और बैठने में दर्द की वजह बनती हैं। कभी-कभी इनमें thrombosis (अंदर clot) बन जाता है, जिससे अचानक तेज दर्द और सख्त, नीला-पर्पल नोड्यूल महसूस हो सकता है। यह पेज आपको 3000+ शब्दों में पूरी, व्यावहारिक और AdSense-सेफ जानकारी देता है—home care से लेकर surgery तक—ताकि आप सही समय पर सही कदम उठा सकें।
- Quick takeaways: sitz bath 10–15 मिनट, दिन में 2–3 बार; फाइबर + पानी; स्ट्रेनिंग से बचें; नई/ज्यादा bleeding या तेज दर्द में डॉक्टर से मिलें।
- क्या न करें: हार्श साबुन, सख्त रगड़, लंबे समय तक टॉयलेट सीट पर मोबाइल स्क्रॉलिंग, अनचाही सेल्फ-ट्रीटमेंट/कटिंग।
Overview & Key Points
External hemorrhoids गुदा के बाहरी हिस्से (anal margin) पर skin के नीचे स्थित veins के फैलने/सूजने से बनते हैं। ये आंतरिक (internal) hemorrhoids से अलग होते हैं क्योंकि internal rectum के अंदर बनते हैं और अक्सर बिना दर्द के bleeding करते हैं, जबकि external में pain/tender swelling प्रमुख लक्षण है। Thrombosis होने पर यह अत्यंत दर्दनाक हो सकता है; कुछ केसों में 48–72 घंटों के अंदर excision से तेज राहत मिलती है—लेकिन निर्णय हरेक रोगी की condition पर निर्भर करता है।
- Primary triggers: constipation/straining, long sitting, pregnancy/postpartum pressure, low-fiber diet, obesity, heavy lifting, diarrhea आदि।
- Most cases lifestyle + topical/OTC care से बेहतर होते हैं; recurrent/severe में सर्जन की सलाह ज़रूरी।
- Self-cutting/needle drainage जैसे जोखिमपूर्ण प्रयोग बिल्कुल न करें—इन्फेक्शन/bleeding का खतरा।
लक्षण (Symptoms)
- गुदा के पास कोमल, दर्द वाली गाँठ/सूजन (touch/pressure पर बढ़ता दर्द)
- बैठने, चलने या मल त्याग के समय दर्द/टेंशन
- खुजली/जलन, skin irritation, नमी महसूस होना
- हल्का रक्तस्राव—टिशू पे लाल दाग/धार
- थ्रॉम्बोसिस में: अचानक तेज दर्द, सख्त नोड्यूल, नीला/बैंगनी रंग
कारण/रिस्क फैक्टर
- क्रॉनिक कब्ज या बार-बार स्ट्रेनिंग
- लंबे समय तक बैठना; शौचालय पर देर तक मोबाइल स्क्रॉलिंग
- लो-फाइबर डाइट, कम पानी का सेवन
- प्रेगनेंसी/पोस्टपार्टम पेल्विक प्रेशर
- मोटापा और sedentary lifestyle
- बार-बार भारी वजन उठाना/जिम में गलत तकनीक
- डाइअरिया/बार-बार टॉयलेट जाना
- परिवार में hemorrhoids का इतिहास
Pathophysiology (सरल भाषा में)
Anal canal और margin पर veins एक नेटवर्क बनाती हैं जो cushions की तरह काम करती हैं। बढ़ा हुआ intra-abdominal pressure, repeated straining या connective tissue support कमजोर होने पर ये veins फैल जाती हैं। External hemorrhoids skin के नीचे होने से rich pain-nerve supply के संपर्क में रहती हैं—इसीलिए दर्द अधिक महसूस होता है। जब vein में clot (thrombus) बनता है, तो अचानक tense, tender, bluish swelling उभरती है जिसे thrombosed external hemorrhoid कहा जाता है। समय के साथ सूजन कम होने पर skin ढीली रह सकती है—इसे skin tag कहते हैं।
Fissure vs Hemorrhoids (फर्क कैसे पहचानें?)
Anal fissure में मल त्याग के समय चीरा-जैसा तेज दर्द और बाद में घंटों तक जलन/स्पैज्म रहते हैं; आमतौर पर posterior midline में छोटा tear दिखता है। External hemorrhoids में बाहर गाँठ/सूजन और टच पर कोमलता/दर्द अधिक, जबकि bleeding अपेक्षाकृत कम होता है। दोनों एक साथ भी हो सकते हैं, इसलिए भ्रम होने पर clinic examination ज़रूरी है।
डाइग्नोसिस
- क्लिनिकल हिस्ट्री व विजुअल एग्ज़ाम: स्थिति, आकार, tenderness, thrombosis/skin tag की पहचान।
- डिफरेंशियल्स: anal fissure, perianal abscess, dermatitis, condyloma, prolapsed internal hemorrhoid, rectal varices आदि।
- एंडोस्कोपिक जाँच (जरूरत पर): anoscopy/proctoscopy—mixed/internal disease का मूल्यांकन।
- Colorectal screening: आयु ≥ 45, family history, anemia या unexplained bleeding में colonoscopy सलाह दी जा सकती है।
टेस्ट्स (Investigations)
Diagnosis मुख्यतः क्लिनिकल एग्ज़ाम से होता है, लेकिन नीचे दिए टेस्ट्स परिस्थिति/उम्र/लक्षणों पर आधारित होकर सलाह दिए जा सकते हैं:
टेस्ट | किसलिए | कब सुझाएँ |
---|---|---|
Digital Rectal Exam (DRE) | टोन, दर्द, mass/lesion की जाँच | हर क्लिनिकल एग्ज़ाम में प्रायः |
Anoscopy/Proctoscopy | Internal hemorrhoids, fissure/अन्य कारण देखने हेतु | Mixed disease या bleeding की जाँच में |
Complete Blood Count (CBC) | एनीमिया/इन्फेक्शन संकेत | बार-बार/भारी bleeding, कमजोरी |
Fecal Occult Blood Test (FOBT/FIT) | स्टूल में छिपे रक्त की जाँच | अनिश्चित bleeding सोर्स में |
Colonoscopy | कोलन/रेक्टम की पूरी जाँच | उम्र ≥ 45, रेड-फ्लैग (वजन घटाव, anemia, family history of CRC), नया/असामान्य bleeding |
Ultrasound/Imaging | दुर्लभ मामलों में अन्य निदान हेतु | जब differential diagnosis पर संदेह बना रहे |
होम केयर & Self-Care
- Sitz bath: 10–15 मिनट गुनगुने पानी में, दिन में 2–3 बार—दर्द/स्पैज्म कम करता है।
- हाइजीन: मल त्याग के बाद हल्का गुनगुना पानी या moistened soft wipes; कठोर साबुन/रगड़ से बचें।
- ठंडी compress: 10 मिनट के लिए—सूजन/दर्द कम करने में सहायक।
- OTC सहायता*: डॉक्टर की सलाह से topical barriers/anti-inflammatory/analgesic क्रीम, witch hazel pads; stool softeners।
- कब्ज प्रबंधन: फाइबर सप्लीमेंट (psyllium/ispaghula), water intake, नियमित समय पर टॉयलेट।
- बैठने का समय घटाएँ: कुशन सीट प्रयुक्त करें; हर 45–60 मिनट में 5 मिनट वॉक करें।
Sitz Bath: स्टेप-बाय-स्टेप
- पानी तैयार करें: गुनगुना (गरम नहीं)—लगभग 37–40°C; bathtub, sitz basin या बड़े बर्तन का उपयोग।
- अवधि: 10–15 मिनट तक शांति से बैठें।
- आवृत्ति: दिन में 2–3 बार; विशेषकर मल त्याग के बाद।
- सुरक्षा: किसी केमिकल/डिटर्जेंट/एंटीसेप्टिक को जोड़ने की आवश्यकता नहीं; शुद्ध पानी पर्याप्त है (जब तक डॉक्टर सलाह न दें)।
- बाद की देखभाल: क्षेत्र को हल्के से थपथपाकर सुखाएँ; रगड़ें नहीं। आवश्यकता हो तो prescribed ointment लगाएँ।
इलाज (Medicines, Procedures & Surgery)
1) Medicines (डॉक्टर की सलाह अनुसार)
OTC/सामान्य विकल्प
- Pain/Inflammation: परासिटामॉल आदि (NSAIDs का उपयोग व्यक्ति-विशिष्ट; डॉक्टर से सलाह)।
- Topical anesthetic (कम अवधि): lidocaine आधारित क्रीम/जेल—दर्द में मदद; लम्बे समय तक न लगाएँ।
- Topical hydrocortisone 1% (शॉर्ट-टर्म): खुजली/सूजन में; सामान्यतः 5–7 दिन से अधिक नहीं।
- Protectants: zinc oxide, petrolatum—friction/irritation घटाते हैं।
- Astringents/soothing pads: witch hazel pads—जलन शान्त करने में सहायक।
- Stool regulation:
- Bulk: psyllium (ispaghula husk)
- Stool softener: docusate sodium
- Osmotic: polyethylene glycol (PEG 3350), lactulose
Prescription-आधारित (क्लिनिकल जजमेंट पर)
- Hydrocortisone–pramoxine या समान संयोजन—शॉर्ट-टर्म symptomatic relief हेतु।
- Venoactive agents/flavonoids (जैसे diosmin/hesperidin): कुछ रोगियों में सूजन/दर्द में सहायक, एविडेंस मिश्रित।
- Antibiotics: सामान्य hemorrhoids में नहीं; केवल infection/abscess के संकेत पर।
2) Office Procedures / Surgery
- Thrombosed External Hemorrhoid: onset के 48–72 घंटे के भीतर तीव्र दर्द में excision से तेज राहत मिल सकती है। देर होने पर conservative care से भी दर्द कम हो जाता है, पर skin tag रह सकती है।
- Co-existing internal disease: rubber band ligation, sclerotherapy, infrared coagulation आंतरिक भाग के लिए।
- Recurrent/Persistent symptoms: individualized surgical options—सर्जन केस अनुसार निर्णय लेते हैं।
Post-Procedure Care
- पहले 24–48 घंटे rest; prescribed pain control और sitz bath follow करें।
- साफ-सफाई रखें; हल्के ढीले सूती वस्त्र पहनें।
- कब्ज से बचाव—फाइबर, पानी, stool softeners।
- भारी वजन/straining कुछ दिनों तक टालें; डॉक्टर की follow-up सलाह मानें।
- तेज़ bleeding, fever, foul discharge, worsening pain में तुरंत संपर्क करें।
डाइट गाइड + 7-दिन का High-Fiber चार्ट
फाइबर (soluble + insoluble) stool को bulky और soft बनाता है, जिससे straining कम होती है। लक्ष्य सामान्यतः 20–30 ग्राम/दिन (व्यक्ति/डॉक्टर अनुसार) रखा जाता है। साथ में पर्याप्त पानी ज़रूरी है।
क्या खाएँ
- साबुत अनाज: ओट्स, दलिया, ब्राउन राइस, मल्टीग्रेन रोटी
- दलहन: मसूर, चना, राजमा (पाचन सहने पर)
- फल: सेब/नाशपाती (छिलके सहित), केला, पपीता
- सब्जियाँ: हरी पत्तेदार, घिया/तोरी/कद्दू, गाजर, चुकंदर
- प्रोबायोटिक्स: दही, छाछ
क्या सीमित/बचें
- बहुत तीखा/तला-भुना, अत्यधिक मसाले
- लो-फाइबर प्रोसेस्ड स्नैक्स
- बहुत अधिक कैफीन/अल्कोहल
- कम पानी—फाइबर के साथ पानी कम होगा तो कब्ज बढ़ सकता है
7-दिन डाइट चार्ट (उदाहरण)
दिन | सुबह | दोपहर | शाम | रात |
---|---|---|---|---|
Day 1 | गुनगुना पानी + ओट्स दलिया + फल | रोटी (मल्टीग्रेन) + दाल + सलाद | छाछ/दही + फल | ब्राउन राइस + मिक्स वेज + सलाद |
Day 2 | इसेपघुला (डॉक्टर की सलाह) + फल + पोहा/उपमा | जौ/बाजरा रोटी + चना मसाला + सलाद | नट्स (सहनुसार) + नारियल पानी | दलिया खिचड़ी + दही |
Day 3 | नींबू-मिश्रित पानी + वेज ऑमलेट/पनीर + फल | रोटी + राजमा/मसूर + सलाद | पपीता/सेब | ज्वार रोटी + भिंडी/लोकी + दही |
Day 4 | ओट्स चिला + हरी चटनी + फल | ब्राउन राइस + मिक्स दाल + सलाद | छाछ/बटरमिल्क | मल्टीग्रेन रोटी + लौकी/तुरई + सलाद |
Day 5 | दलिया + अखरोट/किशमिश (सहनुसार) | रोटी + मटर पनीर/सोयाबीन + सलाद | फ्रूट बाउल | चावल + मूंग दाल खिचड़ी + दही |
Day 6 | काबुली चना सलाद + फल | बाजरा रोटी + कद्दू/तरोई + दाल | नारियल पानी | रोटी + चुकंदर/पालक + रायता |
Day 7 | उपमा/पोहे + फल + दही | ब्राउन राइस + छोला + सलाद | दूध/छाछ (सहनुसार) | मल्टीग्रेन रोटी + मिक्स वेज + सलाद |
दैनिक रूटीन & एक्सरसाइज़
Morning-to-Night Routine (उदाहरण)
- सुबह उठकर गुनगुना पानी; यदि डॉक्टर ने कहा हो तो फाइबर सप्लीमेंट।
- टॉयलेट पर ज़रूरत से अधिक समय न लें; स्ट्रेनिंग से बचें; फुटस्टूल का हल्का उपयोग helpful हो सकता है।
- नाश्ते में फाइबर-समृद्ध विकल्प; काम के दौरान हर 45–60 मिनट में 5 मिनट वॉक।
- दोपहर में सलाद + दाल/दलहन; पानी का सेवन जारी रखें।
- शाम को हल्की वॉक (20–30 मिनट); देर रात भारी, तला/मसालेदार भोजन न लें।
- रात को पर्याप्त नींद; अल्कोहल/धूम्रपान से बचें।
Useful Exercises
- Brisk walking 20–30 मिनट, 5 दिन/सप्ताह—bowel motility सुधरती है।
- Pelvic floor relaxation और gentle stretches—अनावश्यक tension घटाते हैं।
- Core strengthening सही posture और abdominal pressure balance में सहायक।
कम्प्लीकेशन्स
- थ्रॉम्बोसिस (अचानक तेज दर्द)
- Skin tag का बनना (cosmetic/हाइजीन concern)
- इरिटेशन/डर्मेटाइटिस
- दुर्लभतः—secondary infection/abscess (खुद-से कटिंग/ड्रेन करने पर जोखिम बहुत बढ़ता है)
प्रिवेंशन टिप्स (Do’s & Don’ts)
Do’s
- दैनिक 20–30g फाइबर + पर्याप्त पानी
- टॉयलेट urge न रोकें; नियमित टॉयलेट रूटीन
- हर घंटे थोड़ी वॉक; कुशन सीट का उपयोग
- Sitz bath/हाइजीन रूटीन अपनाएँ
Don’ts
- लंबे समय तक शौच पर बैठना/मोबाइल स्क्रॉलिंग
- हार्श साबुन/रगड़
- सेल्फ-इंसिशन/नीडल ड्रेनेज
- अत्यधिक मसाले/अल्कोहल/डिहाइड्रेशन
Myths vs Facts (मिथक बनाम तथ्य)
- मिथ: बवासीर हमेशा खून से जुड़ी होती है। तथ्य: external hemorrhoids में दर्द/सूजन प्रमुख है; bleeding कम/कभी-कभी।
- मिथ: मसालेदार खाना ही एकमात्र कारण है। तथ्य: मुख्य भूमिका constipation/straining, prolonged sitting, pregnancy आदि की है।
- मिथ: इन्हें घर पर काट देना चाहिए। तथ्य: यह खतरनाक है; infection/bleeding का जोखिम—medical supervision आवश्यक।
- मिथ: एक बार surgery हुई तो फिर कभी नहीं होगी। तथ्य: lifestyle factors न बदले तो recurrence संभव।
कब डॉक्टर से मिलें?
- अचानक तेज, असहनीय दर्द + नीला/सख्त नोड्यूल
- बार-बार या भारी रक्तस्राव; चक्कर/कमज़ोरी
- बुखार, बदबूदार स्राव, फोड़ा का संदेह
- उम्र ≥ 45, family history of colorectal cancer, anemia
- लक्षण बार-बार लौटते हों या home care से राहत न मिल रही हो
FAQs
1) क्या external hemorrhoids अपने-आप ठीक हो सकते हैं?
कई हल्के केस days–weeks में बेहतर हो जाते हैं—खासकर lifestyle सुधार, sitz bath और दर्द नियंत्रण के साथ।
2) thrombosed external hemorrhoid में कितने समय में आराम मिलता है?
तीव्र दर्द आमतौर पर 48–72 घंटे में धीरे-धीरे कम होना शुरू करता है; पर कुछ रोगियों में early excision से त्वरित राहत मिल सकती है—यह निर्णय सर्जन लेते हैं।
3) क्या external hemorrhoids कैंसर बनते हैं?
नहीं, hemorrhoids कैंसर नहीं बनते। पर rectal bleeding के अन्य कारण भी होते हैं, इसलिए नए/लगातार bleeding में जाँच ज़रूरी है।
4) कौन-सी क्रीम उपयोगी है?
Barrier/soothing preparations और short-term topical anesthetic/anti-inflammatory क्रीम डॉक्टर की सलाह से। Self-use में irritants से बचें।
5) pregnancy में क्या करें?
फाइबर/हाइड्रेशन बढ़ाएँ, sitz bath करें, लंबे समय तक खड़े/बैठे न रहें, और कोई भी दवा डॉक्टर के निर्देश के बिना न लें।
6) क्या योग/व्यायाम मदद करते हैं?
हल्की वॉक, gentle stretches, pelvic floor relaxation सहायक हैं। तीव्र दर्द में heavy lifting टालें।
7) skin tag क्या है?
थ्रॉम्बोस्ड hemorrhoid ठीक होने के बाद ढीली skin बच सकती है—इसे skin tag कहते हैं; यह हानिरहित है पर स्वच्छता/कॉस्मेटिक कारणों से कुछ लोग हटवाते हैं।
8) कितनी पानी की जरूरत है?
सामान्यतः 8–10 गिलास/दिन (मौसम/व्यक्ति/डॉक्टर अनुसार)। फाइबर बढ़ाने पर पानी भी बढ़ाएँ।
9) क्या मसालेदार भोजन पूरी तरह बंद?
व्यक्ति-विशिष्ट है; यदि symptoms worsen करें तो सीमित करें। मुख्य ध्यान फाइबर/हाइड्रेशन और स्ट्रेनिंग से बचाव पर रखें।
10) ऑफिस में बैठकर काम—कैसे मैनेज करें?
हर 45–60 मिनट में 5 मिनट वॉक; कुशन सीट; टॉयलेट पर समय सीमित रखें।
11) क्या homeopathy/हर्बल समाधान पर्याप्त हैं?
एविडेंस मिश्रित है; कोई भी पूरक चिकित्सा अपनाने से पहले डॉक्टर से चर्चा करें और conventional care (diet, sitz bath) जारी रखें।
12) क्या antibiotics चाहिए?
सामान्य external hemorrhoids में नहीं; infection/abscess के संकेत पर ही डॉक्टर निर्णय लेते हैं।
References (External)
- NIH MedlinePlus: Hemorrhoids
- American Society of Colon & Rectal Surgeons (ASCRS): Patient Education – Hemorrhoids
- National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases (NIDDK): Hemorrhoids