🩸 Eosinophillia - Full Medical Guide (Hindi + English)
📌 Eosinophillia क्या है?
Eosinophillia एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त में Eosinophils की संख्या सामान्य से अधिक हो जाती है। यह स्थिति आमतौर पर एलर्जी, संक्रमण, या ऑटोइम्यून रोगों के कारण होती है।
🔍 कारण (Causes)
- एलर्जी (Allergy: Food, Dust, Pollen)
- पैरासिटिक संक्रमण (Parasitic Infections)
- अस्थमा या रेस्पिरेटरी रोग
- त्वचा रोग (Skin disorders like Eczema)
- ऑटोइम्यून रोग
- कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट
- कैंसर जैसे ल्यूकेमिया
🧪 लक्षण (Symptoms)
- त्वचा पर खुजली, दाने, लालिमा
- सांस लेने में तकलीफ, खाँसी
- बुखार, थकान
- पेट में दर्द और डायरिया
- वज़न कम होना
🧫 जाँच (Pathology Tests)
- Complete Blood Count (CBC) with Differential
- Absolute Eosinophil Count (AEC)
- Stool Test (for parasites)
- Chest X-ray (अगर सांस की तकलीफ है)
- Skin Allergy Test
💊 इलाज (Allopathy Treatment)
- Antihistamines: Cetirizine 10mg once daily
- Steroids: Prednisolone 5-20mg/day (डॉक्टर की सलाह अनुसार)
- Albendazole 400mg: 3 days (परजीवी के कारण)
- Montelukast 10mg: रात को खाने के बाद
- Inhalers: अगर Asthma related हो
🌿 होम्योपैथी इलाज (Homeopathy Treatment)
- Natrum Muriaticum: त्वचा पर खुजली या एलर्जी के लिए
- Pulsatilla: सर्दी-जुकाम और सांस की दिक्कत के लिए
- Arsenicum Album: त्वचा और पाचन संबंधी लक्षणों के लिए
- Dosage: 30C शक्ति में दिन में 2 बार, 15 दिन तक (Consult Homeopath)
🍀 आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Support)
- Haridra (Haldi): सूजन और एलर्जी में लाभकारी
- Trikatu Powder: पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए
- Giloy Juice: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक
- Dosage: 10 ml दिन में 2 बार गुनगुने पानी के साथ
🍎 खाने-पीने में सावधानी (Food Advice)
- प्रोटीन युक्त भोजन लें
- खट्टे फल, फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक्स से बचें
- फाइबर युक्त भोजन जैसे दलिया, सब्जियाँ खाएं
- धूल, धुएं और एलर्जन से दूरी रखें
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📝 निष्कर्ष (Conclusion)
Eosinophillia एक ऐसी स्थिति है जिसे समय पर पहचाना और सही दवा, खान-पान व पर्यावरण से बचाव के माध्यम से पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। सभीopathy, homeopathy और आयुर्वेदिक इलाज से व्यक्ति को लाभ मिल सकता है।