🩸 Blood Group System | रक्त समूह प्रणाली - Hindi + English
1. परिचय / Introduction
मानव शरीर में RBCs पर विशेष प्रकार के antigens (agglutinogens) पाए जाते हैं जिनके आधार पर रक्त समूह निर्धारित किया जाता है। मुख्यतः दो प्रणालियाँ होती हैं: ABO और Rh।
2. ABO System Explained
| Blood Group | Agglutinogens (RBC) | Agglutinins (Plasma) |
|---|---|---|
| A | A | Anti-B |
| B | B | Anti-A |
| AB | A & B | None |
| O | None | Anti-A & Anti-B |
Group O is known as Universal Donor, while Group AB is the Universal Recipient.
3. Rhesus (Rh) Factor
Rh प्रणाली में मुख्य एंटीजन D antigen होता है। यदि D antigen मौजूद है तो Rh+, नहीं होने पर Rh− कहा जाता है।
4. कब किसे रक्त की आवश्यकता होती है?
- Emergency में: O− blood दिया जाता है
- Surgery से पहले: Cross-matching आवश्यक
- गर्भावस्था: Rh− मां और Rh+ शिशु में HDN का खतरा
5. Rh Immunoglobulin (RhIG)
Rh− महिलाओं को RhIG दिया जाता है ताकि वे Rh+ fetus के विरुद्ध antibodies न बनाएं। यह 28 सप्ताह में और delivery के 72 घंटे के भीतर दिया जाता है।
6. FAQs
Q: O− universal donor क्यों है?
A: क्योंकि इसमें कोई भी A, B या Rh antigen नहीं होता।
A: क्योंकि इसमें कोई भी A, B या Rh antigen नहीं होता।
Q: AB+ universal recipient क्यों?
A: क्योंकि इसमें कोई agglutinin नहीं होता और सभी antigens होते हैं।
A: क्योंकि इसमें कोई agglutinin नहीं होता और सभी antigens होते हैं।
Q: Rh− महिला को RhIG कब दिया जाता है?
A: 28वें सप्ताह में और डिलीवरी के 72 घंटे के अंदर।
A: 28वें सप्ताह में और डिलीवरी के 72 घंटे के अंदर।
7. निष्कर्ष / Conclusion
सही रक्त समूह का मिलान अत्यंत आवश्यक है। गलत transfusion जानलेवा हो सकता है। Rh− महिलाओं के लिए RhIG जीवन रक्षक है।
