🌿 Malaria (मलेरिया) - कारण, लक्षण, इलाज और परहेज
मलेरिया (Malaria) एक संक्रामक रोग है जो Plasmodium परजीवी के कारण होता है। यह रोग संक्रमित मच्छर (Anopheles female mosquito) के काटने से फैलता है। यह रोग भारत सहित विश्वभर में जानलेवा साबित हो सकता है अगर समय पर इलाज न हो।
🧫 मलेरिया के प्रकार (Types of Malaria)
- 🦠 Plasmodium vivax (P. vivax)
- 🦠 Plasmodium falciparum (P. falciparum) - सबसे घातक
- 🦠 Plasmodium malariae
- 🦠 Plasmodium ovale
- 🦠 Plasmodium knowlesi (कभी-कभी बंदर से मनुष्य में)
🔍 मलेरिया के लक्षण (Symptoms)
- 🌡️ बुखार (अचानक चढ़ना और उतरना)
- 🥶 ठंड लगना और कंपकंपी
- 😓 पसीना आना
- 🤢 उल्टी और मतली
- 🧠 सिर दर्द और कमजोरी
- 🩸 एनीमिया (Anemia)
- 🫀 दिल की धड़कन तेज होना
🔬 मलेरिया की पुष्टि के लिए जांचें (Diagnosis Tests)
- 🧪 Peripheral Blood Smear (PBS Test)
- 🧪 Rapid Diagnostic Test (RDT)
- 🧪 Malaria Antigen Test
- 🧪 CBC (Complete Blood Count)
💊 मलेरिया का इलाज (Treatment)
📌 नोट: मलेरिया के इलाज में डॉक्टर की सलाह बहुत जरूरी है। नीचे दी गई दवाएं सामान्य जानकारी के लिए हैं।
| Medicine | Dosage | Duration |
|---|---|---|
| Artemether + Lumefantrine | 80/480 mg (2 times/day) | 3 days |
| Chloroquine | 10 mg/kg (1st day), फिर 5 mg/kg | 3 days |
| Primaquine | 15 mg daily | 14 days (vivax/ovale cases) |
| Paracetamol | 500-650 mg SOS | As needed (fever) |
💉 बच्चों और गर्भवती महिलाओं में मलेरिया
- Pregnancy में Quinine + Clindamycin सुरक्षित माना जाता है (1st trimester)
- बच्चों में dose weight के अनुसार तय होती है (always under pediatrician advice)
🥗 क्या खाएं और क्या न खाएं? (Diet for Malaria)
✔️ खाने योग्य चीजें:
- 🍲 हल्का, सुपाच्य भोजन
- 🥣 दाल, खिचड़ी, नारियल पानी
- 🍉 फल: पपीता, केला, तरबूज
- 🥤 पर्याप्त मात्रा में पानी और ORS
❌ परहेज करें:
- 🍳 तला-भुना, मसालेदार खाना
- 🥶 कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम
- 🍖 Non-veg (कमजोरी बढ़ा सकता है)
- ☕ चाय-कॉफी ज्यादा मात्रा में
🛡️ मलेरिया से बचाव के उपाय (Prevention)
- 🦟 मच्छरदानी का प्रयोग करें
- 🧴 मच्छर भगाने वाली क्रीम/Coil
- 🚫 रुका हुआ पानी जमा न होने दें
- 🧼 सफाई रखें, Drainage खुला रखें
- 💉 RTS,S/AS01 Vaccine (Africa में use हो रही है, India में trial phase)
📊 भारत में मलेरिया की स्थिति (2025 तक)
- भारत WHO के “Malaria Elimination by 2030” लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है
- ज्यादा मामले मानसून के बाद (जुलाई-सितंबर)
- अधिक प्रभावित राज्य: ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश
📞 कब डॉक्टर को दिखाएं?
- तेज बुखार + कंपकंपी + पसीना
- सांस लेने में तकलीफ
- बार-बार उल्टी या भ्रम की स्थिति
- गर्भवती महिला या 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बुखार हो
📚 निष्कर्ष (Conclusion)
मलेरिया एक गंभीर लेकिन रोकथाम योग्य बीमारी है। समय पर जांच, सही इलाज और बचाव से इसे आसानी से रोका जा सकता है। लक्षण दिखने पर देरी न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
🔖 लेखक: Mahfooz Ansari
🗓️ Last Updated: July 2025
📌 Tags: #Malaria #HealthTips #Fever #MosquitoDiseases
